काश कि ऐसा हो
कि आरक्षण राजनीति से परे हो,
काश कि ऐसा हो की
आरक्षण के मुद्दे खरे हों,
नेता लोग दिल से सोचें
पास होने के बाद
उनके भविष्य को रचें,
शहर के बाहर
एक फाइव स्टार हास्पिटल हो,
आरक्षित छात्रों का,
उसमें सुखद भविष्य हो,
सारे नेताओं का उसमें
100% रिजर्वेशन हो,
संविधान मे इसका
प्रावधान हो।
संसद में सपथ समारोह हो
सारे नेताओं कि शपथ हो
कि हम देश के
पिछडे वर्ग के उत्थान के लिये
सिर्फ उन्हीं से इलाज करवायेंगे
विदेश नहीं जायेंगे
फैमिली के साथ आयेंगे
प्राइवेट में नहीं जायेंगे।
इससे कई फायदे होंगे,
देश के बड़े हास्पिटल जो
नेताओं कि तिमारदारी में
रिजर्व रहते हैं,
रिजर्वेशन फ्री हो जायेंगे,
देश की आम जनता के काम आयेंगे,
जो भी नेता इलाज के दौरान
शहीद हो जायेंगे
रिजर्वेशन अवार्ड पायेंगे।
काश कि ये सब सच हो जाये,
हम सब रिजर्वेशन दिवस मानायें।
Tuesday, June 20, 2006
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